धन उगाहना 15 सितंबर, 2024 – 1 अक्टूबर, 2024
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সত্যবতী ট্রিলজি - আশাপূর্ণা দেবী
আশাপূর্ণা দেবী
সত্য
বৌ
বকুল
রামকালী
অনামিকা
সত্যর
নবকুমার
সুবৰ্ণ
মেয়ে
হয়তো
গলায়
হলো
সুবর্ণ
বলেছিল
সুবৰ্ণলতা
মুক্তকেশী
আস্তে
পারুল
তাকিয়ে
বাপের
বললো
মার
সুবৰ্ণলতার
বকুলের
গলায়
অতএব
প্ৰবোধ
বাড়ির
ছেলের
শম্পা
দেবী
যাক
সদু
বলেছে
বিয়ে
মেয়ের
নবকুমারের
সুবর্ণর
আশ্চর্য
বেশী
রামকালীর
থাক
বটে
বৌয়ের
কই
কথার
বললে
বৈকি
গো
চিঠি
साल:
2023
भाषा:
english
फ़ाइल:
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english, 2023
2
সত্যবতী ট্রিলজি
মিত্র ঘোষ
আশাপূর্ণা দেবী
সত্য
বৌ
বকুল
রামকালী
অনামিকা
সত্যর
নবকুমার
সুবৰ্ণ
মেয়ে
হয়তো
গলায়
হলো
সুবর্ণ
বলেছিল
সুবৰ্ণলতা
মুক্তকেশী
আস্তে
পারুল
তাকিয়ে
বাপের
বললো
মার
সুবৰ্ণলতার
বকুলের
গলায়
অতএব
প্ৰবোধ
বাড়ির
ছেলের
শম্পা
দেবী
যাক
সদু
বলেছে
বিয়ে
মেয়ের
নবকুমারের
সুবর্ণর
আশ্চর্য
বেশী
রামকালীর
থাক
বটে
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চিঠি
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3
সুবর্ণলতা (১৯৬৭)
টেলি বই
আশাপূর্ণা দেবী
সুবৰ্ণ
সুবৰ্ণলতা
সুবর্ণ
মুক্তকেশী
সুবৰ্ণলতার
গলায়
প্ৰবোধ
হলো
সুবর্ণর
মুক্তকেশীর
বৌ
বিয়ে
মার
বলেছিল
মায়ের
অম্বিকা
সুবালা
বললো
সুবৰ্ণর
অতএব
জগু
ছেলের
প্ৰবোধের
বলেছে
বাপের
মেয়ের
পায়
ভাত
শ্যামাসুন্দরী
গিয়েছিল
গো
বৈকি
সংসার
যাক
চাপা
মাকে
খেয়ে
হতো
আশ্চর্য
বটে
কাপড়
থাক
আমায়
চাঁপার
আস্তে
উমাশশী
কথায়
মতন
সংসারে
সুবৰ্ণকে
भाषा:
bengali
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4
সুবর্ণলতা (১৯৬৭)
টেলি বই
আশাপূর্ণা দেবী
সুবৰ্ণ
সুবৰ্ণলতা
সুবর্ণ
মুক্তকেশী
সুবৰ্ণলতার
গলায়
প্ৰবোধ
হলো
সুবর্ণর
মুক্তকেশীর
বৌ
বিয়ে
মার
বলেছিল
মায়ের
অম্বিকা
সুবালা
বললো
সুবৰ্ণর
অতএব
জগু
ছেলের
প্ৰবোধের
বলেছে
বাপের
মেয়ের
পায়
ভাত
শ্যামাসুন্দরী
গিয়েছিল
গো
বৈকি
সংসার
যাক
চাপা
মাকে
খেয়ে
হতো
আশ্চর্য
বটে
কাপড়
থাক
আমায়
চাঁপার
আস্তে
উমাশশী
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মতন
সংসারে
সুবৰ্ণকে
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